फिल्म- लाइगर
कलाकार- विजय देवरकोंडा, अनन्या पांडे, रोनित रॉय और राम्या कृष्णन आदि
निर्देशक- पुरी जगन्नाथ
मूवी टाइप- एक्शन, रोमांस, ड्रामा, स्पोर्ट्स
रेटिंग- 3/5
Liger Movie Review: बॉयकॉट ट्रेंड आदि से बचते हुए एक्टर विजय देवरकोंडा की फिल्म ‘लाइगर’ आखिरकार बॉक्स ऑफिस पर रिलीज़ हो गई है। इस फिल्म के कर्ता-धर्ता फिल्ममेकर पुरी जगन्नाथ हैं। यानी कि फिल्म की कहानी और स्क्रीनप्ले लिखने से लेकर फिल्म को उन्होंने ही निर्देशित किया है। विजय देवरकोंडा के अलावा इस फिल्म में अभिनेत्री अनन्या पांडे, रोनित रॉय और राम्या कृष्णन भी दिखाईव देंगे। इस फिल्म में आपको अमेरिकी बॉक्सर माइक टाइसन भी कैमियो रोल में दिखाई देने वाले हैं। जो कि फिल्म के लिए बेस्ट पाइंट साबित हो सकता है।
लाइगर एक स्पोर्ट्स एक्शन फिल्म है
वहीं अब बात करते हैं फिल्म की कहानी की, तो लाइगर एक स्पोर्ट्स एक्शन फिल्म है। दर्शकों को बेसब्री से इस फिल्म का इंतजार था और लाइगर ने थिएटर्स में दस्तक भी दे दी है। लेकिन दर्शकों को फिल्म की कहानी कितनी पसंद आती है ये तो वक्त ही बताएगा। फिल्म की कहानी कुछ ऐसी है जैसे चाय बिना शक्कर के… खैर ये तो समझ ही गए होगें, विजय देवरकोंडा की इस फिल्म की कहानी में कुछ खास नहीं है।
दर्शकों के मिले-जिले रिएक्शन
इस फिल्म को दर्शकों के मिले जुले रिएक्शन ही मिल रहे हैं। क्योंकि किसी को ये फिल्म पसंद आ रही है तो किसी तो बिल्कुल भी पसंद नहीं आ रही है। कई दर्शकों को फिल्म की स्टोरी से लेकर स्क्रीनप्ले तक सब कुछ बकवास लग रहा है। कई लोगों के मुताबिक विजय देवरकोंडा के एरोगेंस ने फिल्म को बर्बाद कर दिया है। वहीं इस फिल्म में अनन्या पांडे पहली बार एक्शन करती हुई दिखाई दे रही हैं।
बता दें कि लाइगर अपनी पहचान एक एक्शन फिल्म के तौर पर करवाना चाहती थी। लेकिन ऐसा करने मैं पूरी तरह से असफल साबित हुई है। अब बॉक्स ऑफिस पर ये फिल्म क्या कमाल दिखाती है ये तो जल्द पता चल ही जाएगा। लेकिन हमारी तरफ से इस फिल्म को हम कुछ खास रिव्यू नहीं देंगे। क्योंकि फिल्म में बिल्कुल भी दम नहीं है।
अच्छा बिजनेस कर पाना काफी मुश्किल
लाइगर फिल्ममेकर करण जौहर के धर्मा प्रोडक्शन के तले बनाई गई है। इस फिल्म से विजय देवरकोंडा बॉलीवुड में कदम रखने जा रहे हैं। तो वहीं अनन्या पांडे इस फिल्म के जरिए साउथ फिल्मों में अपना डेब्यू कर रही हैं। फिल्म लाइगर हिंदी के अलावा, तेलुगु, तमिल, मलयालम और कन्नड़ भाषा में सिनेमाघरों में रिलीज हुई है। इस फिल्म के साउथ में अच्छा बिजनेस करने की उम्मीद जताई जा रही है। लेकिन हिंदी में फिल्म का बिजनेस कर पाना काफी मुश्किल नजर आ रहा है।
फिल्म की कहानी
फिल्म में विजय देवरकोंडा लाइगर नाम के लड़के के किरदार में नजर आए हैं। लाइगर की मां उसका ये नाम रखती है। क्योंकि उसके पिता एक फाइटर थे। जिन्हें लोग लायन कहकर पुकारते थे। खैर, लाइगर की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं होती है। अपनी मां के साथ मिलकर वह चाय बेचा करता है। लेकिन उसकी मां चाहती है कि उसका बेटा एक चैम्पियन बने। अपने पिता की मिक्स्ड मार्शल आर्ट्स की लेगसी को उसका बेटा आगे बढ़ाए। बस फिल्म की आगे की पूरी कहानी लाइगर के चैम्पियनशिप बेल्ट तक पहुंचने की ही है।
फिल्म ने लाइगर का सबसे बाद कन्फ्लिक्ट ढूंढा है तान्या यानी की एक्ट्रेस अन्नया पांडे में। तान्या फिल्म में लाइगर की गर्लफ्रेंड बनी हैं। इन दोनों की लव स्टोरी फिल्म का सबसे अधिक प्राब्लमैटिक पार्ट है। लाइगर अपनी गर्लफ्रेंड के साथ किस तरह से पेश आता है। उसके लिए आप उसके बैकग्राउंड का तर्क दे देंगे। लेकिन फिल्म में तान्या का रोल भी इस मामले में उसी की ही बराबरी का है। कुल मिलाकर बोलें तो स्टार कुछ कमाल नहीं दिखा पाएं हैं। फिल्म में लाइगर की मां की राम्या कृष्णन का किरदार काफी दमदार अंदाज में दिखा है।
अच्छी हो सकती थी फिल्म की कहानी
आपको बता दें कि फिल्म की पूरी कहानी एक फ्लो में बहती हुई बिल्कुल भी नहीं नजर आती है। एक साथ कई सारी चीजें दिखाने के चक्कर में फिल्म पूरी कन्फ्यूज़ हो गई है। ऐसे में लाइगर यानि की विजय देवरकोंडा के पंचेज़ देखने में कितने भी कूल क्यों न लगें, लेकिन उनका असर नहीं पड़ता है। अगर फिल्म की कहानी पर थोड़ा सा और ध्यान दिया जाता तो यह फिल्म काफी अच्छी बन सकती थी।