नीरज ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में जीता सिल्वर मैडल, खुशी से झूम उठी माँ 

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भारतीय स्टार जेवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा आज किसी पहचान के मोहताज नहीं है, नीरज चोपड़ा ने वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में सिल्वर मेडल जीतकर इतिहास रच दिया है| ओलंपिक चैम्पियन नीरज चोपड़ा विश्व एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में पदक जीतने वाले पहले भारतीय पुरूष एथलीट बन गए है| नीरज ने भालाफेंक स्पर्धा में 88.13 मीटर के थ्रो के साथ सिल्वर मैडल जीता है, आपको बता दें की भारत को नीरज से पहले वर्ष 2003 में अंजू बॉबी जॉर्ज ने मेडल दिलाया था

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। अंजू बॉबी के बाद अभी तक किसी ने भी मैडल प्राप्त नहीं किया था ऐसे में 19 साल बाद नीरल भारत को मैडल दिलाया है| 24 वर्षीय नीरज के मैडल जितने के बाद देशभर में इस ख़ुशी का जश्न मनाया जा रहा है, नीरज के गांव में भी सभी लोगों ने जमकर डांस और जश्न मनाया| आपको बता दें नीरज चोपड़ा हरियाणा के पानीपत के रहने वाले हैं, हाल ही में वायरल एक वीडियो में नीरज परिवार के साथ गांव वाले भी डांस करते हुए नजर आ रहे है|

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ओलिंपिक के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा के वर्ल्ड एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सिल्वर जीतते ही नीरज के पिता के आंसू निकल आए और माँ ख़ुशी से झूमने लगीं, इसके अलावा गांव के लोग एक दूसरे को लड्डू बांटने लगे। नीरज की मां सरोज देवी अपने बेटे की इस कामयाबी से बहुत ज्यादा खुश है और उन्होंने कहा की कि मुझे पूरी उम्मीद थी कि मेरा बेटा मेडल जरूर जीतेगा। नीरज की माँ ने आगे कहा की नीरज ने देश का नाम रोशन किया इस बात की ख़ुशी उन्हें सबसे ज्यादा है। आपको बता दें की ओलंपिक के गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा का वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप के फाइनल में ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स के साथ मुकाबला था।

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इस मुकाबले में नीरज ने 88.13 मीटर दूर भाला फेंककर सिल्वर मेडल जीता और दूसरी तरफ पीटर्स ने अपनी शुरुआती दो थ्रो लगातार 90 मीटर से ज्यादा दूर फेंका| पेटर्स ने 90.54 मीटर थ्रो फेंक कर गोल्ड अपने नाम कर लिया| नीरज के गोल्ड ना जितने का कारण उनके तीन थ्रो फाउल भी थे। नीरज का पहला और आखिरी के दो थ्रो फ़ाउल होने की वजह से नीरज गोल्ड जितने से चूक गए। हालाँकि नीरज ने जो कारनामा किया है वो भी काबिले तारीफ है, इस सिल्वर मैडल से पहले नीरज ने टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीता था| आज के समय में नीरज चोपड़ा खिलाड़ियो के साथ साथ युवाओ का भी प्रेरणा स्रोत बना हुआ है|